Sunday, 6 October 2019

चलो रे भक्तों चंद्रसेनी के द्धार

चलो रे भक्तों चंद्रसेनी के द्धार बैठी है माता करके सिंगार 



चलो रे भक्तों चंद्रसेनी के द्धार
बैठी है माता करके सिंगार
कोरस
कितना प्यारा सजा है दरबार
बैठी है माता करके सिंगार
कोरस
म्यूजिक
हाथो का कंगना माँ का बाजे
माथे पे बिंदिया साजे
नाक का नथुनिया बड़ा भावा
होठ लगे सोने पे सुहागा
ले लो बलाये लो नजरें उतार
कितना प्यारा सजा है दरबार
कोरस
म्यूजिक
जैसे प्रिय अयोध्या श्री राम को
वृन्दावन प्यारा  घनश्याम को
कैलाश प्यारा नटराज को
स्वर्ग लगे प्यारा देवराज को
मेरी मैया करे चंद्रपुर से प्यार
बैठी है माता करके सिंगार
कोरस
म्यूजिक
नवरात में जग ये कहे
मईया तु ऐसी बैठी रहे
तेरी छबी है मनोहारी
देखे मईया दुनिया सारी
भक्ति में झूमे है सारा संसार
बैठी है माता करके सिंगार
कोरस
चलो रे भक्तों चंद्रसेनी के द्धार
बैठी है माता करके सिंगार
कितना प्यारा सजा है दरबार
बैठी है माता करके सिंगार
कोरस 

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